1. Introduction to RTI (Right to Information) in India
भारत में लोकतंत्र की जड़ें तभी मजबूत मानी जाती हैं जब जनता के पास सूचना तक आसान पहुंच हो। इसी सोच के साथ 2005 में Right to Information Act (RTI) लागू किया गया। इसका उद्देश्य सरकारी विभागों की पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना है।
- RTI आपको यह अधिकार देता है कि आप किसी भी सरकारी विभाग से जानकारी मांग सकें।
- यह जानकारी आपकी व्यक्तिगत समस्याओं से जुड़ी हो सकती है या सार्वजनिक महत्व की हो सकती है।
- सरकारी योजनाएं, ट्रांसफर पोस्टिंग, पेंशन, टेंडर, सरकारी भर्ती जैसे तमाम विषय RTI के तहत आते हैं।
इस गाइड में हम जानेंगे कि आप 2025 में RTI ऑनलाइन कैसे डाल सकते हैं, किन विभागों में डाल सकते हैं, किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, और अगर जवाब ना मिले तो क्या करना चाहिए।
चाहे आप पहली बार RTI डाल रहे हों या पहले डाल चुके हों, यह लेख आपके लिए step-by-step एक उपयोगी संदर्भ है।
2. कौन लोग RTI डाल सकते हैं और क्यों?
RTI (Right to Information) Act 2005 के तहत भारत का कोई भी नागरिक सूचना का अधिकार रखता है। यह कानून नागरिकों को सरकार से पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग करने की शक्ति देता है।
- कोई भी भारतीय नागरिक बिना किसी वकील या एजेंट की मदद के RTI फाइल कर सकता है।
- आप RTI व्यक्तिगत लाभ, सार्वजनिक हित, या सामान्य जानकारी के लिए डाल सकते हैं।
- सरकारी विभागों, मंत्रालयों, स्थानीय निकाय, सरकारी स्कूलों, पीएसयू, बैंक, आदि पर लागू होता है।
RTI डालने के कुछ आम कारण:
- सरकारी नौकरी की चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग
- सरकारी सब्सिडी या स्कीम के तहत लाभ नहीं मिलने की जानकारी
- पेंशन, ट्रांसफर, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस जैसी सेवाओं में देरी की वजह
- स्थानीय निकाय द्वारा किए गए निर्माण कार्यों की लागत और गुणवत्ता से जुड़ी जानकारी
नोट: RTI केवल भारतीय नागरिक ही दायर कर सकते हैं। विदेशी नागरिकों या कंपनियों को यह अधिकार नहीं है।
3. RTI Online डालने की तैयारी – क्या-क्या चाहिए होता है?
RTI आवेदन ऑनलाइन डालने से पहले आपको कुछ जरूरी दस्तावेज और जानकारी तैयार रखनी होती है। सही तैयारी से आवेदन जल्दी स्वीकार किया जाता है और जवाब भी समय पर मिलता है।
- संपूर्ण विवरण: आपको किस विभाग से क्या जानकारी चाहिए – इसे स्पष्ट रूप से लिखना जरूरी है।
- नाम और पता: आपका पूरा नाम और वर्तमान डाक पता। यह RTI के जवाब पाने के लिए जरूरी है।
- ईमेल और मोबाइल नंबर (वैकल्पिक): इससे विभाग आपसे संपर्क कर सकता है या ऑनलाइन ट्रैकिंग आसान होती है।
- ₹10 शुल्क: अधिकतर RTI एप्लिकेशन के लिए ₹10 का शुल्क लगता है, जिसे ऑनलाइन नेट बैंकिंग, UPI, या डेबिट कार्ड से भरा जा सकता है।
- सपोर्टिंग डॉक्युमेंट्स (अगर जरूरत हो): यदि आप किसी केस से जुड़ी जानकारी मांग रहे हैं, तो उसका संदर्भ देना बेहतर होता है – जैसे आवेदन संख्या, तारीख, आदि।
RTI डालते समय आपको सूचना का स्वरूप भी बताना होता है – क्या आप जानकारी डाक द्वारा, ईमेल, या हार्ड कॉपी
Tip: सवाल को छोटा, स्पष्ट और एकदम सटीक रखें। यह आपके जवाब मिलने की संभावना बढ़ाता है।
4. RTI Online कैसे डालें – स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
अब जानते हैं कि आप भारत सरकार के rtionline.gov.in पोर्टल से RTI कैसे डाल सकते हैं।
स्टेप 1: RTI पोर्टल पर जाएं
- ब्राउज़र में https://rtionline.gov.in टाइप करें।
- होमपेज पर ‘Submit Request’ पर क्लिक करें।
स्टेप 2: Declaration स्वीकार करें
- Terms and Conditions पेज खुलेगा। उसे ध्यान से पढ़ें और “I have read and understood…” पर क्लिक करके Submit करें।
स्टेप 3: फॉर्म भरें
- Name: अपना पूरा नाम लिखें।
- Address: पोस्टल पता भरें – जहां RTI का जवाब चाहिए।
- Phone/Email: वैकल्पिक है, लेकिन डालने से संपर्क में आसानी होती है।
- Select Ministry/Department: ड्रॉपडाउन से सही मंत्रालय या विभाग चुनें।
स्टेप 4: अपनी Query लिखें
- Text for RTI Request: यहां अपने सवाल लिखें – एकदम सटीक, सरल और क्रम में।
- Maximum 3000 characters allowed – कोशिश करें कम शब्दों में स्पष्ट सवाल पूछने की।
स्टेप 5: ₹10 शुल्क भरें
- Online payment options में से चुनें – Debit Card, Net Banking, UPI आदि।
- भुगतान सफल होते ही आपको एक RTI Request Number मिलेगा – इसे संभालकर रखें।
स्टेप 6: Confirmation और Print
- Submit के बाद स्क्रीन पर acknowledgment आएगा।
- आप चाहें तो इसका print ले सकते हैं या PDF सेव कर सकते हैं।
नोट: आप बाद में RTI के जवाब की स्थिति भी उसी पोर्टल से ट्रैक कर सकते हैं – अगले सेक्शन में जानेंगे कैसे।
5. RTI Status Online कैसे चेक करें?
RTI डालने के बाद यह जानना ज़रूरी होता है कि उसका क्या स्टेटस है – स्वीकार हुआ है, ट्रांसफर हुआ है या जवाब भेजा गया है। आइए जानें इसे कैसे ट्रैक करें:
स्टेप 1: RTI Online Portal खोलें
- ब्राउज़र में https://rtionline.gov.in/request/status.php खोलें।
स्टेप 2: Request ID और Email भरें
- जो RTI Request Number आपको मिला था (e.g., GOVIND/R/E/23/00123), उसे डालें।
- RTI के समय जो Email ID दी थी, वही भरें।
स्टेप 3: Captcha भरकर Submit करें
- Captcha को सही से भरें और Submit बटन पर क्लिक करें।
स्टेप 4: RTI की स्थिति देखें
- पोर्टल आपको बताएगा कि:
- आपका RTI किस officer को assign हुआ है,
- कब forward हुआ था,
- क्या कोई reply generate हुआ है,
- कोई file या document attached है या नहीं।
SmartIndiaHelp Tip: अगर 30 दिनों में जवाब नहीं आता है, तो आप First Appeal दाखिल कर सकते हैं – इसका तरीका अगली सेक्शन में बताया गया है।
6. RTI का जवाब नहीं आया? First Appeal ऐसे डालें
अगर आपने RTI दाखिल कर दिया है और 30 दिनों के भीतर जवाब नहीं मिला है, तो आप First Appeal दायर कर सकते हैं। यह अपील उस अधिकारी के खिलाफ होती है जिसने जवाब नहीं दिया।
First Appeal कब और क्यों करें?
- 30 दिन के अंदर जवाब नहीं मिला हो
- आपको मिला जवाब अधूरा या गलत हो
- RTI को गलत विभाग में भेजकर बंद कर दिया गया हो
First Appeal डालने का तरीका:
स्टेप 1: RTI Online Portal खोलें
- https://rtionline.gov.in/appeal/ पर जाएं।
स्टेप 2: RTI Request ID और Email डालें
- वही Request ID डालें जो पहले RTI डालते समय मिली थी।
- Email ID डालें और Captcha भरें।
स्टेप 3: Appeal Details भरें
- आपके RTI का जवाब क्यों अधूरा या गलत है, इसका विवरण लिखें।
- वह विभाग या अधिकारी चुनें जिसके खिलाफ appeal कर रहे हैं।
स्टेप 4: Submit करें
- Submit बटन दबाएं और acknowledgment प्राप्त करें।
- इसका status आप RTI portal पर ट्रैक कर सकते हैं।
Note: First Appeal का निवारण आमतौर पर 45 दिनों के भीतर किया जाना चाहिए।
7. RTI दाख़िल करने के बेहतरीन टिप्स (Best Practices)
RTI Act का सही लाभ उठाने के लिए कुछ जरूरी सुझावों को अपनाना फायदेमंद होता है। इससे न सिर्फ आपका आवेदन स्वीकार होने की संभावना बढ़ती है, बल्कि आपको स्पष्ट और उपयोगी जानकारी भी मिलती है।
Clear और Specific Language में सवाल लिखें
- RTI में vague या overly broad सवालों से बचें।
- सटीक जानकारी मांगें जैसे – “कृपया 2023-24 में जारी की गई मनरेगा जॉब कार्ड्स की संख्या बताएं।”
1 RTI में 1 विषय रखें
- एक ही RTI में कई विभाग या मुद्दे शामिल करने से आपका आवेदन रिजेक्ट हो सकता है।
- हर विषय या विभाग के लिए अलग-अलग RTI डालें।
RTI का Scope समझें
- RTI का इस्तेमाल सूचना मांगने के लिए होता है, न कि सवाल पूछने या स्पष्टीकरण पाने के लिए।
- उदाहरण: “क्यों नहीं किया गया?” की जगह “किस तारीख को आदेश जारी हुआ था?” जैसे सवाल पूछें।
Previous Communication संलग्न करें
- अगर आपने पहले भी कोई शिकायत या पत्राचार किया है, तो उसका हवाला दें या कॉपी लगाएं।
- इससे आपकी अपील मजबूत बनती है और अधिकारी को संदर्भ मिलता है।
समय पर Appeal करें
- अगर जवाब नहीं आता है, तो 30 दिन के भीतर First Appeal डालें।
- दूसरी अपील के लिए Central Information Commission (CIC) या State Information Commission (SIC) के पास जा सकते हैं।
SmartIndiaHelp Tip: RTI डालते समय neutral और respectful भाषा का इस्तेमाल करें। इससे अधिकारी आपके सवाल को गंभीरता से लेंगे और जवाब देने में झिझक नहीं होगी।
8. RTI फ़ाइल करते समय होने वाली सामान्य गलतियाँ
कई बार RTI डालते समय छोटी-छोटी गलतियाँ आवेदन को रद्द करा सकती हैं या जवाब को टाल सकती हैं। अगर आप इन common mistakes से बचेंगे, तो आपका RTI ज्यादा असरदार होगा:
गलत विभाग को RTI भेजना
- बहुत लोग बिना जांचे-परखे RTI किसी भी विभाग को भेज देते हैं।
- हमेशा यह सुनिश्चित करें कि जिस विभाग से आप जानकारी मांग रहे हैं, वही उसे संभालता भी हो।
Unclear या General Questions पूछना
- जैसे “कृपया मुझे मेरी कॉल डिटेल्स बताएं” – यह vague और incomplete है।
- Specific जानकारी जैसे “01 Jan 2024 से 31 Jan 2024 तक की कॉल डिटेल्स” पूछें।
एक आवेदन में कई मुद्दे डालना
- RTI आवेदन में अगर कई unrelated topics होते हैं, तो PIO उसे reject कर सकता है।
- हर विषय को अलग RTI में डालना बेहतर रहता है।
जवाब न मिलने पर Follow-up न करना
- अगर 30 दिनों के भीतर जवाब नहीं मिला तो First Appeal डालें।
- अक्सर लोग यहीं पर रुक जाते हैं, जिससे मामला कमजोर पड़ जाता है।
आवेदन को प्रमाणित भाषा में न लिखना
- RTI में धमकी भरी, अपमानजनक या राजनीतिक भाषा का प्रयोग न करें।
- सरल, स्पष्ट और विनम्र भाषा का प्रयोग करें।
SmartIndiaHelp Reminder: RTI एक संवैधानिक अधिकार है – इसका सही इस्तेमाल करने से आप न केवल जानकारी पा सकते हैं, बल्कि जवाबदेही भी तय कर सकते हैं।
9. RTI की ताकत: ऐसे केस जहां RTI ने बड़ा असर डाला
RTI एक्ट सिर्फ कागज़ी नहीं है – इसने देश भर में बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। नीचे कुछ प्रमुख उदाहरण हैं जहाँ आम नागरिकों ने RTI का उपयोग करके सिस्टम को जवाबदेह बनाया:
1. राशन वितरण में पारदर्शिता
- दिल्ली के एक नागरिक ने RTI के ज़रिए अपने क्षेत्र के राशन डीलर के वितरण रिकॉर्ड की मांग की।
- इससे खुलासा हुआ कि डीलर ने महीनों तक फर्जी एंट्री कर राशन गायब किया था।
- कार्यवाही हुई, डीलर पर जुर्माना लगा और लाभार्थियों को उनका अधिकार मिल सका।
2. स्कूल फंड घोटाला उजागर
- उत्तर प्रदेश में एक व्यक्ति ने सरकारी स्कूल में मिले फंड और उनके इस्तेमाल का RTI से ब्यौरा मांगा।
- जांच में पता चला कि बिल नकली थे और पैसा हड़प लिया गया था।
- RTI के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने मामले की जांच बैठाई और फंड की रिकवरी शुरू हुई।
3. लंबित पासपोर्ट की प्रक्रिया तेज
- महाराष्ट्र में एक व्यक्ति का पासपोर्ट महीनों से लंबित था।
- RTI दायर करके उसने जानना चाहा कि फाइल किस टेबल पर रुकी है।
- RTI के बाद 5 दिन में पासपोर्ट जारी हो गया, क्योंकि विभाग को जवाब देना था।
4. सरकारी आवास योजना में फर्जी लाभार्थी उजागर
- बिहार में एक सामाजिक कार्यकर्ता ने RTI से आवास योजना के लाभार्थियों की सूची मांगी।
- सूची में कुछ ऐसे नाम पाए गए जो पहले से ही पक्के मकानों में रह रहे थे।
- स्थानीय अधिकारियों पर कार्रवाई हुई और जांच कमेटी गठित की गई।
5. सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार पर नकेल
- मध्य प्रदेश के एक गांव में लोगों ने RTI से पूछा कि उनकी सड़क निर्माण की राशि कितनी थी और किस कंपनी को ठेका मिला।
- पता चला कि रिकॉर्ड में सड़क बनी हुई थी जबकि जमीनी हकीकत में सिर्फ गड्ढे थे।
- इसके बाद इंजीनियर और ठेकेदार पर कार्रवाई की गई।
सीख: RTI सिर्फ सूचना प्राप्त करने का माध्यम नहीं, बल्कि नागरिक अधिकारों की रक्षा का एक मजबूत उपकरण है। ये उदाहरण दिखाते हैं कि अगर सही से इस्तेमाल किया जाए तो RTI से बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।
10. अक्सर पूछे जाने वाले सवाल – RTI इंडिया में
नीचे कुछ सामान्य प्रश्न और उनके उत्तर दिए गए हैं जो RTI प्रक्रिया को बेहतर समझने में मदद करेंगे:
Q1: RTI Application किस भाषा में लिख सकते हैं?
- आप RTI हिंदी, अंग्रेज़ी या उस राज्य की स्थानीय भाषा में लिख सकते हैं जहाँ आवेदन किया जा रहा है।
Q2: क्या हर सरकारी विभाग RTI के तहत आता है?
- हां, सभी सरकारी विभाग RTI अधिनियम के दायरे में आते हैं, सिवाय कुछ गोपनीय संस्थानों (जैसे RAW, IB, etc.) के।
Q3: अगर मुझे समय पर जवाब न मिले तो क्या करूं?
- यदि 30 दिनों के अंदर जवाब नहीं मिलता, तो आप प्रथम अपील (First Appeal) उसी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के पास कर सकते हैं।
- अगर वहां से भी समाधान न मिले तो आप केंद्रीय या राज्य सूचना आयोग में दूसरी अपील कर सकते हैं।
Q4: RTI के लिए कोई डॉक्युमेंट लगते हैं?
- आवेदन के साथ आम तौर पर कोई दस्तावेज़ अनिवार्य नहीं होता। लेकिन अगर आप किसी विशेष दस्तावेज़ की कॉपी मांग रहे हैं, तो उसका संदर्भ देना उपयोगी हो सकता है।
Q5: क्या RTI के जवाब डाक से आते हैं?
- हां, अधिकतर विभाग RTI जवाब स्पीड पोस्ट या रजिस्टर्ड डाक द्वारा भेजते हैं।
- कुछ विभाग ईमेल के माध्यम से भी उत्तर देते हैं, खासकर यदि आवेदन ऑनलाइन किया गया हो।
Q6: क्या कोई RTI अज्ञात रूप से दायर कर सकता हूँ?
- RTI कानून में नाम गुप्त रखने का प्रावधान नहीं है, आपको नाम और पता देना होता है।
- हालांकि आप किसी NGO या प्रतिनिधि के माध्यम से RTI दायर कर सकते हैं।
Q7: क्या RTI के जरिए किसी तीसरे व्यक्ति की जानकारी ली जा सकती है?
- अगर वह जानकारी सार्वजनिक हित में हो और गोपनीय न हो, तो संभव है।
- लेकिन व्यक्तिगत सूचना जैसे मेडिकल रिकॉर्ड या बैंक डिटेल्स गोपनीय मानी जाती हैं।
सुझाव: RTI फॉर्म भेजने से पहले अपने सवाल को स्पष्ट और सीमित रखें ताकि जवाब शीघ्र और सटीक मिले।
11. निष्कर्ष और अगला कदम – RTI India 2025
Right to Information Act, 2005 यानी RTI Act एक ऐसा लोकतांत्रिक औजार है जो हर भारतीय नागरिक को सरकार से सवाल पूछने और जवाब पाने का अधिकार देता है। चाहे आपको किसी सरकारी योजना की जानकारी चाहिए हो, किसी कर्मचारी की नियुक्ति प्रक्रिया की डिटेल्स, या फिर किसी फ़ंड के उपयोग का लेखा-जोखा – RTI आपकी ताकत है।
2025 में, RTI का ऑनलाइन और डिजिटल स्वरूप इसे पहले से ज्यादा सुलभ बना रहा है। मोबाइल ऐप्स, डिजिलॉकर और ट्रैकिंग पोर्टल्स ने RTI प्रक्रिया को आम आदमी के लिए सहज बना दिया है।
SmartIndiaHelp की सलाह:
- RTI को केवल शिकायत का माध्यम न समझें, यह एक जानकारी पाने का अधिकार है।
- हर नागरिक को कम से कम एक RTI फाइल करनी चाहिए – यह लोकतंत्र की सेहत के लिए जरूरी है।
- सही भाषा, साफ सवाल, और डिजिटल माध्यमों का उपयोग RTI को और असरदार बना सकते हैं।
अब आप क्या कर सकते हैं?
- RTI आवेदन तैयार करें: ऊपर दिए गए टेम्पलेट्स का इस्तेमाल करें।
- अपना अनुभव साझा करें: क्या आपने RTI दायर की? क्या जवाब मिला? अपनी कहानी हमारे साथ कमेंट में साझा करें।
- हमारी अन्य गाइड्स पढ़ें: ऑनलाइन मैरिज सर्टिफिकेट, PM किसान योजना 2025, LPG सब्सिडी क्लेम करने का तरीका जैसे अन्य उपयोगी लेख भी पढ़ें।
आपका ज्ञान, आपकी शक्ति है। RTI का इस्तेमाल करें और जवाबदेही को बढ़ावा दें।
1 thought on “How to File RTI Online in India – 2025 Guide”